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PM मोदी ने लॉन्च की स्वदेशी 4G क्रांति, देश को बनाया तकनीकी सुपरपावर!

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लखनऊ: आज झारसुगुड़ा, ओडिशा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में 97,500 स्वदेशी बीएसएनएल 4G मोबाइल टावरों का उद्घाटन किया, जिनकी लागत 37,000 करोड़ रुपये है। इस मौके पर लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित भव्य कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। यह भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।

भारत ने रचा नया इतिहास

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जोशीले संबोधन में कहा कि भारत अब तक 2G, 3G और 4G सेवाओं के लिए विदेशों पर निर्भर था, लेकिन अब बीएसएनएल और उसके सहयोगियों ने पूरी तरह स्वदेशी 4G तकनीक विकसित कर ली है। यह उपलब्धि भारत को उन चुनिंदा पांच देशों की सूची में ले आई है, जिनके पास अपनी 4G तकनीक है। पीएम ने गर्व से कहा, “भारत ने अपनी मेहनत और लगन से तकनीकी क्षेत्र में नया इतिहास रच दिया है।”

बीएसएनएल की नई उड़ान

प्रधानमंत्री ने बताया कि बीएसएनएल अपनी स्थापना के 25वें साल में ग्लोबल टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की राह पर है। स्वदेशी 4G सेवाएं देश के सुदूर ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी। यह न केवल तकनीकी क्रांति है, बल्कि गाँवों को डिजिटल दुनिया से जोड़ने का एक बड़ा कदम है।

योगी जी का संदेश: नया भारत, नई ताकत

इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक मजबूत देश के लिए अपनी सेना, स्वतंत्र विदेश नीति और स्वदेशी तकनीक बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा, “आज भारत की सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है। डिफेंस क्षेत्र में आकाश और ब्रह्मोस मिसाइलों के साथ-साथ ड्रोन और रोबोटिक्स में भारत ने बड़ी कामयाबी हासिल की है।” योगी जी ने जोर देकर कहा कि भारत अब किसी की धमकी के आगे नहीं झुकता, बल्कि दुनिया के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाता है।

गाँव-गाँव तक 4G की पहुंच

मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वदेशी 4G नेटवर्क से देश के नागरिकों को टेलीकॉम और डिजिटल पेमेंट की सुविधा मिलेगी। भारत आज दुनिया में सबसे ज्यादा UPI पेमेंट करने वाला देश बन चुका है। बीएसएनएल की 4G सेवाएं उन इलाकों में भी पहुंच रही हैं, जहां पहले नेटवर्क की समस्या थी। योगी जी ने कहा कि 2017 में शुरू हुई भारत नेट परियोजना ने हर ग्राम पंचायत को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने का काम किया है। अब हर गाँव में ग्राम सचिवालय के जरिए आय, जाति और जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नया आयाम

4G नेटवर्क ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। बीसी सखी के जरिए बैंकिंग सेवाएं गाँव-गाँव तक पहुंच रही हैं, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। योगी जी ने कहा कि आत्मनिर्भर ग्राम पंचायतें और नगर निकाय ही नए भारत की नींव हैं। यह 4G क्रांति पीएम मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करेगी।

डिजिटल क्रांति से बदल रही जिंदगी

मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले बुजुर्गों, निराश्रित महिलाओं और दिव्यांगजनों को पेंशन के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे। भ्रष्टाचार की वजह से उनकी पेंशन का हिस्सा छिन जाता था। अब डीबीटी के जरिए 1 करोड़ लोगों को हर साल 12,000 रुपये की पेंशन सीधे उनके खाते में मिल रही है। इसके अलावा, 60 लाख से ज्यादा SC, ST और OBC छात्रों को 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की स्कॉलरशिप डीबीटी के जरिए दी जा रही है।

नक्सल क्षेत्रों में भी 4G की दस्तक

4G नेटवर्क नेपाल सीमा, चंदौली, सोनभद्र और मिर्जापुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में भी कनेक्टिविटी को मजबूत कर रहा है। पहले इन क्षेत्रों में माफिया का बोलबाला था, लेकिन सरकार ने उनकी कमर तोड़ दी है। उत्तर प्रदेश में 6,659 साइटों पर 4G सेवाएं शुरू हो चुकी हैं। इनमें से 180 टावर डिजिटल भारत निधि परियोजना के तहत चालू किए गए हैं। 142 ऐसी साइटें, जहां पहले कोई नेटवर्क नहीं था, अब 4G से जुड़ चुकी हैं।

सुरक्षा और विकास का नया दौर

भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल की 68 साइटों पर 4G सेवाएं स्वीकृत की गई हैं, जिनमें से 14 साइटें शुरू हो चुकी हैं। चंदौली, मिर्जापुर और सोनभद्र जैसे नक्सल प्रभावित जिलों में 78 साइटों को 2G से 4G में अपग्रेड किया जा रहा है, जिनमें से 29 का काम पूरा हो चुका है। यह नेटवर्क न केवल कनेक्टिविटी बढ़ाएगा, बल्कि सुरक्षा और विकास को भी नई दिशा देगा।

भव्य आयोजन में बड़े चेहरे

इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी, विधान परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह चौधरी, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल और बीएसएनएल के मुख्य महाप्रबंधक अरुण कुमार गर्ग सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। यह आयोजन भारत की तकनीकी ताकत और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन गया।

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