विधायिका और पत्रकारिता के बीच लोकतांत्रिक संवाद …एक सशक्त मंच”
भोपाल, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . Madhya Pradesh विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का प्रहरी है और जब विधायिका और मीडिया साझा मंच पर संवाद करते हैं, तब लोकतंत्र की जड़ें और गहरी होती हैं. उन्होंने कहा कि पत्रकार केवल सूचना देने वाला नहीं है, बल्कि समाज का विचार निर्माता है और उसकी कलम जनता और सत्ता के बीच सशक्त सेतु का काम करती है.
विधानसभा अध्यक्ष तोमर sunday देर शाम राजधानी भोपाल के होटल लेक व्यू अशोका में सेंट्रल इंडिया प्रेस क्लब (पब्लिक ट्रस्ट) द्वारा आयोजित “मीडिया संवाद एवं दीपावली मिलन” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
“विधायिका एवं पत्रकारिता-लोकतंत्र के दो प्रमुख आधार स्तंभ” विषय पर आयोजित कार्यशाला में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि पत्रकार सच्चाई तक पहुँचने के लिए वही मेहनत करता है, जो एक वकील तर्क जुटाने और जासूस सबूत ढूँढने में करता है. मीडिया लोकतंत्र की आवाज़ है और निष्पक्ष पत्रकारिता ही जन-प्रतिनिधियों को सही दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करती है.
वरिष्ठ पत्रकार और ट्रस्टी एन.के. सिंह ने प्रेस क्लब के स्थायी भवन की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों से प्रेस क्लब सक्रिय है, लेकिन आज तक इसका कोई स्थायी भवन नहीं है.
विधानसभा के प्रमुख सचिव अरविंद शर्मा ने पत्रकारिता को तथ्यों की तपस्या बताया और कहा कि निष्पक्ष रिपोर्टिंग ही लोकतंत्र का तापमान संतुलित रखती है. विधायक रामेश्वर शर्मा ने पत्रकारों को समाज का आईना बताया और कहा कि उनकी निष्पक्षता लोकतंत्र को जीवंत बनाए रखती है. विधायक भगवानदास सबनानी ने पत्रकारिता की पारदर्शिता और जनहित में भूमिका की सराहना की.
मानव अधिकार आयोग के सदस्य अवधेश प्रताप सिंह ने कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है और पत्रकार मानवाधिकारों के प्रहरी है. भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि दीपावली का असली संदेश अंधकार मिटाना है और पत्रकार की कलम वह दीपक है जो विचारों के अंधकार को दूर करती है. भूपेंद्र गुप्ता ने कहा “लोकतंत्र में मतभेद स्वाभाविक हैं, लेकिन संवाद अनिवार्य है. मीडिया को संतुलित दृष्टिकोण पेश करना चाहिए.”
प्रेस क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार दास ने क्लब को पत्रकारों का परिवार बताया और कहा कि उनका उद्देश्य प्रदेश के हर जिले में पत्रकारों को साझा मंच और सुरक्षा प्रदान करना है. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की. प्रदेश अध्यक्ष गोविंद गुर्जर ने स्वागत भाषण में मीडिया और विधायिका के रचनात्मक समन्वय को लोकतंत्र की मजबूती का आधार बताया और प्रेस क्लब की 55 नई जिला अध्यक्षों की घोषणा की.
समारोह के अंत में दीपावली मिलन कार्यक्रम हुआ, जिसमें पत्रकारों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएँ दीं. मिलन समारोह केवल उत्सव नहीं, बल्कि विधायिका और पत्रकारिता के बीच विश्वास और सहयोग का प्रतीक बना. सिंघार द्वारा क्लब भवन निर्माण के लिए दिए गए आर्थिक सहयोग का वचन पत्रकारिता की आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक पहल माना जा रहा है.
कार्यक्रम का संचालन और संयोजन नेशनल को-ऑर्डिनेटर राजेश भाटिया ने किया. उन्होंने कहा कि “पत्रकारिता केवल पेशा नहीं, बल्कि समाज के लिए प्रतिबद्धता है. जब विधायिका और मीडिया मिलकर लोकतंत्र के लिए काम करते हैं, तभी समाज में बदलाव और जनहित की वास्तविक अनुभूति होती है. सेंट्रल इंडिया प्रेस क्लब का यह प्रयास पत्रकारों और जन-प्रतिनिधियों के बीच संवाद, सहयोग और आपसी विश्वास की मिसाल है. उन्होंने सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया.
(Udaipur Kiran) तोमर





