अभिनेत्री अनु अग्रवाल 1990 की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘आशिकी’ से रातोंरात स्टार बनी थी. अपनी मासूमियत और अभिनय से दर्शकों का दिल जीतने वाली अनु को उस समय फिल्मों और विज्ञापनों के ढेरों ऑफर मिले थे, लेकिन एक गंभीर सड़क हादसे ने उनकी जिंदगी की दिशा ही बदल दी. इस हादसे के बाद वे लंबे समय तक कोमा में रहीं और अपनी याददाश्त तक खो बैठीं. समय के साथ उन्होंने आध्यात्म की ओर रुख किया और किसी तरह जीवन बिता रही है. अब वर्षों बाद अनु अग्रवाल ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने बताया है कि फिल्म ‘आशिकी’ के लिए उन्हें आज तक पूरा मेहनताना नहीं मिला है.
दिए इंटरव्यू में अनु अग्रवाल ने कहा, उस समय इंडस्ट्री पर दाऊद इब्राहिम जैसे लोगों का राज था. इंडस्ट्री में आने वाला सारा पैसा अंडरवर्ल्ड से आता था. मुझे फीस का केवल 60 प्रतिशत ही मिला है, लेकिन कोई बात नहीं. आशिकी के बाद मैंने खूब कमाया. मॉडलिंग में मैंने और भी ज्यादा कमाया. मैं कई ब्रांड्स की ब्रांड एंबेसडर बनी. उस समय कोई भी एक्टर ब्रांड एंबेसडर नहीं होता था. केवल सुनील गावस्कर जैसे लोग ही एंबेसडर बनते थे. ठीक है, मुझे पूरा पैसा नहीं मिला, मुझे लगता है कि मैंने उन्हें तोहफे में दे दिया.
उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री के बारे में आगे कहा, यह बहुत बुरा कारोबार था. आज मैं इसका हिस्सा नहीं हूं. अगर मैं आज इंडस्ट्री में वापस आऊं, तो मुझे लगता है कि यह पहले से भी बदतर होगा. उस समय सब कुछ टेबल के नीचे होता था. दाऊद जैसे लोग थे. यह पूरी तरह से अलग दृश्य था.
अनु अग्रवाल अब एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही हैं. 1999 में एक दुर्घटना के कारण उनकी याददाश्त चली गयी. बाद में वह आध्यात्म के मार्ग पर चल पड़ीं. वह झुग्गी-झोपड़ियों में जाकर योग की शिक्षा देती हैं.
/ लोकेश चंद्र दुबे
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