इस्लामाबाद/नई दिल्ली: क्या पाकिस्तान जान बूझकर भारत से टकराना चाहता है। ये सवाल इसलिए, क्योंकि पाकिस्तान की नौसेना ने जो नया युद्धाभ्यास के लिए नोटम जारी किया है, वो भारत की तरफ से जारी किए गये पुराने नोटम वाले क्षेत्र में है। तस्वीर में आप देख सकते हैं कि किस तरह से भारत और पाकिस्तान का नोटम वाला क्षेत्र ओवरलैप हो रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य गतिविधियों का नया अध्याय शुरू हो गया है। जहां एक तरफ भारत अपनी त्रि-सेवा युद्धाभ्यास 'त्रिशूल' के तहत पश्चिमी मोर्चे पर ताकत दिखा रहा है, वहीं पाकिस्तान ने अरब सागर में एक नया नौसैनिक नेविगेशनल अलर्ट (NAVAREA) जारी किया है। और यह अलर्ट, पाकिस्तानी फायरिंग एक्सरसाइज जोन ठीक उसी क्षेत्र से मिल रहा है, जिसके लिए भारत ने Notice to Airmen यानि NOTAM जारी पहले से ही कर रखा है।
क्या अरब सागर में है टकराव की आशंका?
टकवार की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन जानकारों का मानना है कि भारत हवा में अभ्यास कर रहा है और पाकिस्तान समुद्र में, इसलिए शायद टकराव ना हो। हालांकि यह भौगोलिक रूप से ओवरलैप करता है, लेकिन दोनों देशों के बीच स्थापित सैन्य-तकनीकी कॉर्डिनेशन की वजह से किसी अप्रत्याशित टकराव की संभावना नहीं मानी जा रही है। नोटम के मुताबिक पाकिस्तान का यह नौसैनिक अभ्यास 2 से 5 नवंबर तक चलेगा, जो भारत के 'त्रिशूल' अभ्यास (30 अक्टूबर से 11 नवंबर) से ही मेल खा रहा है।
आपको बता दें कि सर क्रीक क्षेत्र, जो भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से विवादित समुद्री सीमा का हिस्सा है, उसको लेकर तनाव उस वक्त बढ़ा, जब भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि किसी भी गुस्ताखी का जवाब खतरनाक होगा। पाकिस्तान नौसेना ने अपने 135 किलोमीटर लंबे समुद्री क्षेत्र में लाइव फायरिंग और मिसाइल ट्रायल की चेतावनी जारी की है, जिससे व्यापारी जहाजों को दूरी बनाए रखने को कहा गया है।
भारत की तीनों सेनाओं का ज्वाइंट एक्सरसाइज
भारत की तरफ से जारी NOTAM में देश के कई हिस्सों को शामिल किया गया है। भारतीय वायुसेना ने पूरा उत्तर-पूर्वी क्षेत्र, जो चीन, भूटान, म्यांमार और बांग्लादेश की सीमाओं से सटा है, उसे कवर करते हुए देश के एक बड़े हिस्से को सैन्य अभ्यास का क्षेत्र घोषित किया है। यह अभियान 6 नवंबर से जनवरी 2026 तक छह चरणों में चलेगा। 6 और 20 नवंबर, 4 और 18 दिसंबर 1 और 15 जनवरी को ये अभ्यास चलेगा। इसका मकसद भारत की ऑपरेशनल रेडीनेस को मजबूत करना है, खासकर ऐसे समय में जब चीन और पाकिस्तान, दोनों के साथ सीमा पर तनाव जारी है। भारतीय सेना के युद्धाभ्यास में करीब 20 हजार जवान, T-90S और अर्जुन टैंक, राफेल और सु-30MKI लड़ाकू विमान, मिसाइल सिस्टम, अटैक हेलीकॉप्टर और नौसैनिक युद्धपोत शामिल हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य गतिविधियों का नया अध्याय शुरू हो गया है। जहां एक तरफ भारत अपनी त्रि-सेवा युद्धाभ्यास 'त्रिशूल' के तहत पश्चिमी मोर्चे पर ताकत दिखा रहा है, वहीं पाकिस्तान ने अरब सागर में एक नया नौसैनिक नेविगेशनल अलर्ट (NAVAREA) जारी किया है। और यह अलर्ट, पाकिस्तानी फायरिंग एक्सरसाइज जोन ठीक उसी क्षेत्र से मिल रहा है, जिसके लिए भारत ने Notice to Airmen यानि NOTAM जारी पहले से ही कर रखा है।
The new NOTAM that Pakistan has issued is overlapping India's previous NOTAM. It'll be interesting to see when both navies will face off with each other. https://t.co/ZcuNWsjzJa pic.twitter.com/mPbjCATw8Q
— War & Gore (@Goreunit) November 1, 2025
क्या अरब सागर में है टकराव की आशंका?
टकवार की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन जानकारों का मानना है कि भारत हवा में अभ्यास कर रहा है और पाकिस्तान समुद्र में, इसलिए शायद टकराव ना हो। हालांकि यह भौगोलिक रूप से ओवरलैप करता है, लेकिन दोनों देशों के बीच स्थापित सैन्य-तकनीकी कॉर्डिनेशन की वजह से किसी अप्रत्याशित टकराव की संभावना नहीं मानी जा रही है। नोटम के मुताबिक पाकिस्तान का यह नौसैनिक अभ्यास 2 से 5 नवंबर तक चलेगा, जो भारत के 'त्रिशूल' अभ्यास (30 अक्टूबर से 11 नवंबर) से ही मेल खा रहा है।
आपको बता दें कि सर क्रीक क्षेत्र, जो भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से विवादित समुद्री सीमा का हिस्सा है, उसको लेकर तनाव उस वक्त बढ़ा, जब भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि किसी भी गुस्ताखी का जवाब खतरनाक होगा। पाकिस्तान नौसेना ने अपने 135 किलोमीटर लंबे समुद्री क्षेत्र में लाइव फायरिंग और मिसाइल ट्रायल की चेतावनी जारी की है, जिससे व्यापारी जहाजों को दूरी बनाए रखने को कहा गया है।
भारत की तीनों सेनाओं का ज्वाइंट एक्सरसाइज
भारत की तरफ से जारी NOTAM में देश के कई हिस्सों को शामिल किया गया है। भारतीय वायुसेना ने पूरा उत्तर-पूर्वी क्षेत्र, जो चीन, भूटान, म्यांमार और बांग्लादेश की सीमाओं से सटा है, उसे कवर करते हुए देश के एक बड़े हिस्से को सैन्य अभ्यास का क्षेत्र घोषित किया है। यह अभियान 6 नवंबर से जनवरी 2026 तक छह चरणों में चलेगा। 6 और 20 नवंबर, 4 और 18 दिसंबर 1 और 15 जनवरी को ये अभ्यास चलेगा। इसका मकसद भारत की ऑपरेशनल रेडीनेस को मजबूत करना है, खासकर ऐसे समय में जब चीन और पाकिस्तान, दोनों के साथ सीमा पर तनाव जारी है। भारतीय सेना के युद्धाभ्यास में करीब 20 हजार जवान, T-90S और अर्जुन टैंक, राफेल और सु-30MKI लड़ाकू विमान, मिसाइल सिस्टम, अटैक हेलीकॉप्टर और नौसैनिक युद्धपोत शामिल हैं।
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