आज दशमी है। दिल्ली में मां दुर्गा को भक्त विदाई देंगे। जगह-जगह मूर्ति विसर्जन होगा। कई पूजा समितियां इसके लिए आर्टिफिशल तालाब का इस्तेमाल करेंगी। कुछ समितियां अपने परिसर में बने टैंक में मूर्ति विसर्जित करेंगी। मां की विदाई से पहले 'सिंदूर खेला' रस्म होगी। महिलाएं सिंदूर से होली खेलेंगी और मां का आशीर्वाद लेंगी।
'सिंदूर खेला' मां की विदाई का एक खास हिस्सा है। इस रस्म में महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं। वे खुशी-खुशी सिंदूर से होली खेलती हैं। यह मां दुर्गा से आशीर्वाद लेने का तरीका है।
मूर्ति विसर्जन के लिए दिल्ली में कई इंतजाम किए गए हैं। कुछ पूजा समितियां आर्टिफिशल तालाब का उपयोग करेंगी। वहीं, कुछ समितियां अपने ही परिसर में बने टैंक में मूर्ति विसर्जित करेंगी।
सीआर पार्क, मेला ग्राउंड दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारी अविक मित्रा ने बताया, "गुरुवार को मां की पूजा के साथ उन्हें विदा किया जाएगा। ढाक बजेगी, धुनुची नृत्य करेंगी और सिंदूर से होली खिलेंगी।"
आरामबाग पूजा समिति के अध्यक्ष अभिजीत बोस ने भी इस बारे में बात की। उन्होंने कहा, "मां की विदाई के साथ महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाकर होली खेलेंगी।"
'सिंदूर खेला' मां की विदाई का एक खास हिस्सा है। इस रस्म में महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाती हैं। वे खुशी-खुशी सिंदूर से होली खेलती हैं। यह मां दुर्गा से आशीर्वाद लेने का तरीका है।
मूर्ति विसर्जन के लिए दिल्ली में कई इंतजाम किए गए हैं। कुछ पूजा समितियां आर्टिफिशल तालाब का उपयोग करेंगी। वहीं, कुछ समितियां अपने ही परिसर में बने टैंक में मूर्ति विसर्जित करेंगी।
सीआर पार्क, मेला ग्राउंड दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारी अविक मित्रा ने बताया, "गुरुवार को मां की पूजा के साथ उन्हें विदा किया जाएगा। ढाक बजेगी, धुनुची नृत्य करेंगी और सिंदूर से होली खिलेंगी।"
आरामबाग पूजा समिति के अध्यक्ष अभिजीत बोस ने भी इस बारे में बात की। उन्होंने कहा, "मां की विदाई के साथ महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाकर होली खेलेंगी।"
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