अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: दिल्ली ब्लास्ट के बाद देशभर में खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। यूपी पुलिस और एटीएस भी सक्रिय हो गई है। इसी क्रम में मंगलवार सुबह लखनऊ में एटीएस की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई स्थानों पर छापेमारी की है। इस दौरान गिरफ्तार की गई संदिग्ध डॉक्टर शाहीन शाहिद के भाई डॉ. परवेज अहमद अंसारी को हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के मुताबिक, एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार सुबह करीब सात बजे मड़ियांव के मुत्तकीपुर इलाके में डॉ. परवेज के घर पहुंची थी। सुरक्षा घेरा बनाकर घर के अंदर घंटों तलाशी की थी। इस छापेमारी के दौरान एटीएस की टीम को घर से कई अहम दस्तावेज़, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले हैं, जिन्हें जांच के लिए कब्जे में लिया गया है। छापेमारी के दौरान घर के बाहर खड़ी सफेद रंग की आल्टो कार और अंदर रखी स्प्लेंडर बाइक को भी जब्त किया गया है।
कार के शीशे पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, गुड़म्बा का गेट पास चिपका मिला है। डॉ. परवेज खुद को इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर थे। उन्होंने करीब एक हफ्ते पहले ही वहां से इस्तीफा दे दिया था। बताया जा रहा है कि उनकी एक क्लिनिक सहारनपुर में देहरादून चौक पर भी है। वहीं डॉक्टर शाहीन शाहिद के बारे में एटीएस को जानकारी मिली थी कि वह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के महिला विंग जमात उल मोमिनात से जुड़ी थी और भारत में महिला आतंक ब्रिगेड तैयार करने की साजिश में शामिल थी।
शाहीन की गिरफ्तारी के बाद लखनऊ में उनके लालबाग स्थित आवास और डालीगंज के पुराने घर पर भी छापेमारी की गई थी। छापेमारी के दौरान शाहीन के पिता से भी पूछताछ की गई है। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी डॉक्टर है, उसने हमेशा लोगों की सेवा की है। मुझे यकीन नहीं होता कि वह किसी गलत काम में शामिल हो सकती है। उन्होंने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं। बड़ा बेटा शोएब, बेटी शाहीन और छोटा बेटा परवेज है। परवेज और शाहीन भाई-बहन है।
उन्होंने कहा कि मैं परवेज से हर हफ्ते बात करता हूं, वह शांत स्वभाव का इंसान है। फिलहाल एटीएस डॉ. परवेज अंसारी से पूछताछ कर रही है। सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े नेटवर्क की गहराई तक जांच कर रही हैं और आशंका जताई जा रही है कि इस मॉड्यूल का लिंक उत्तर प्रदेश से भी जुड़ा हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक, एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार सुबह करीब सात बजे मड़ियांव के मुत्तकीपुर इलाके में डॉ. परवेज के घर पहुंची थी। सुरक्षा घेरा बनाकर घर के अंदर घंटों तलाशी की थी। इस छापेमारी के दौरान एटीएस की टीम को घर से कई अहम दस्तावेज़, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले हैं, जिन्हें जांच के लिए कब्जे में लिया गया है। छापेमारी के दौरान घर के बाहर खड़ी सफेद रंग की आल्टो कार और अंदर रखी स्प्लेंडर बाइक को भी जब्त किया गया है।
कार के शीशे पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, गुड़म्बा का गेट पास चिपका मिला है। डॉ. परवेज खुद को इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर थे। उन्होंने करीब एक हफ्ते पहले ही वहां से इस्तीफा दे दिया था। बताया जा रहा है कि उनकी एक क्लिनिक सहारनपुर में देहरादून चौक पर भी है। वहीं डॉक्टर शाहीन शाहिद के बारे में एटीएस को जानकारी मिली थी कि वह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के महिला विंग जमात उल मोमिनात से जुड़ी थी और भारत में महिला आतंक ब्रिगेड तैयार करने की साजिश में शामिल थी।
शाहीन की गिरफ्तारी के बाद लखनऊ में उनके लालबाग स्थित आवास और डालीगंज के पुराने घर पर भी छापेमारी की गई थी। छापेमारी के दौरान शाहीन के पिता से भी पूछताछ की गई है। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी डॉक्टर है, उसने हमेशा लोगों की सेवा की है। मुझे यकीन नहीं होता कि वह किसी गलत काम में शामिल हो सकती है। उन्होंने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं। बड़ा बेटा शोएब, बेटी शाहीन और छोटा बेटा परवेज है। परवेज और शाहीन भाई-बहन है।
उन्होंने कहा कि मैं परवेज से हर हफ्ते बात करता हूं, वह शांत स्वभाव का इंसान है। फिलहाल एटीएस डॉ. परवेज अंसारी से पूछताछ कर रही है। सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े नेटवर्क की गहराई तक जांच कर रही हैं और आशंका जताई जा रही है कि इस मॉड्यूल का लिंक उत्तर प्रदेश से भी जुड़ा हो सकता है।
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