अनिल शर्मा, आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में दो सगे भाइयों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर एक परिवार से 14 लाख रुपये ठग लिए गए। ठगों ने उन्हें दो बार अलग-अलग विभाग के फर्जी जॉइनिंग लेटर भी थमा दिए। मामला खुलने के बाद 10 लोगों के खिलाफ किरावली थाने में पुलिस ने केस दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार, भरतपुर के गांव शक्करपुर, रुपबास के गांव के रहने वाले राम अवतार ने आगरा के थाना किरावली में तहरीर देकर बताया कि वह कांट्रैक्ट सप्लाई का काम करता है। उनके दो बेटे गोविंद और सूरज ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर ली है। फरवरी 2020 में उसकी मुलाकात गांव रायभा, अछनेरा निवासी दयानंद से हुई। बातचीत के दौरान उसने अछनेरा के गांव मंगूर्रा निवासी बृजराज से मुलाकात कराई और कहा कि ये सचिवालय दिल्ली में उच्च पद पर तैनात हैं। दयानंद ने बृजराज के जरिए उसके दोनों बेटों की सरकारी नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया।
14 लाख ठगे
राम अवतार ने दयानंद की बातों में आकर 14 लाख रुपये प्रमोद और प्रमोद की पत्नी निवासी ग्राम फतेहपुर थाना रानीपुर, सुरेंद्र श्रीवास्तव एवं उसकी पत्नी को दे दिए। इन लोगों ने दोनों बेटों के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन के फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिए। राम अवतार अपने दोनों बेटों को लेकर लखनऊ गया तो वहां उसे बताया गया कि न तो विभाग में ऐसी कोई जगह खाली थी और न कोई नियुक्ति पत्र जारी किया गया है। राम अवतार ने लौटकर शिकायत की तो आरोपियों ने उसे बताया कि कुछ परेशानी के कारण नौकरी नहीं लग पाई है। बाद में आरोपियों ने एफसीआई का नियुक्ति पत्र दे दिया, यह भी फर्जी था।
इन लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा
रविवार को थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने दयानंद, बृजराज, बृजराज का भाई फौजी, प्रमोद, प्रमोद की पत्नी, आलोक श्रीवास्तव, चिरूआराम, प्रमोद की मां, सुरेंद्र श्रीवास्तव, सुरेंद्र की पत्नी समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, भरतपुर के गांव शक्करपुर, रुपबास के गांव के रहने वाले राम अवतार ने आगरा के थाना किरावली में तहरीर देकर बताया कि वह कांट्रैक्ट सप्लाई का काम करता है। उनके दो बेटे गोविंद और सूरज ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर ली है। फरवरी 2020 में उसकी मुलाकात गांव रायभा, अछनेरा निवासी दयानंद से हुई। बातचीत के दौरान उसने अछनेरा के गांव मंगूर्रा निवासी बृजराज से मुलाकात कराई और कहा कि ये सचिवालय दिल्ली में उच्च पद पर तैनात हैं। दयानंद ने बृजराज के जरिए उसके दोनों बेटों की सरकारी नौकरी लगवाने का भरोसा दिलाया।
14 लाख ठगे
राम अवतार ने दयानंद की बातों में आकर 14 लाख रुपये प्रमोद और प्रमोद की पत्नी निवासी ग्राम फतेहपुर थाना रानीपुर, सुरेंद्र श्रीवास्तव एवं उसकी पत्नी को दे दिए। इन लोगों ने दोनों बेटों के लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन के फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिए। राम अवतार अपने दोनों बेटों को लेकर लखनऊ गया तो वहां उसे बताया गया कि न तो विभाग में ऐसी कोई जगह खाली थी और न कोई नियुक्ति पत्र जारी किया गया है। राम अवतार ने लौटकर शिकायत की तो आरोपियों ने उसे बताया कि कुछ परेशानी के कारण नौकरी नहीं लग पाई है। बाद में आरोपियों ने एफसीआई का नियुक्ति पत्र दे दिया, यह भी फर्जी था।
इन लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा
रविवार को थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने दयानंद, बृजराज, बृजराज का भाई फौजी, प्रमोद, प्रमोद की पत्नी, आलोक श्रीवास्तव, चिरूआराम, प्रमोद की मां, सुरेंद्र श्रीवास्तव, सुरेंद्र की पत्नी समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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