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माइग्रेन के दर्द को कहें अलविदा, अपनाएं ये आसान घरेलू उपाय

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आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में सिर दर्द आम हो गया है, लेकिन जब दर्द सिर्फ सिर के एक हिस्से में हो, धड़कता हुआ महसूस हो और रोशनी व आवाज़ से परेशानी बढ़ जाए — तो यह सामान्य सिरदर्द नहीं बल्कि माइग्रेन (Migraine) हो सकता है।

माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जो लाखों लोगों को प्रभावित करता है। इससे न केवल दैनिक कार्य बाधित होते हैं, बल्कि व्यक्ति का मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी बिगड़ सकता है। अच्छी बात यह है कि शुरुआती लक्षणों को समझकर और कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर माइग्रेन की तीव्रता को कम किया जा सकता है।

माइग्रेन क्या है?

माइग्रेन एक प्रकार का धीरे-धीरे बढ़ने वाला सिरदर्द है, जो आमतौर पर सिर के एक तरफ होता है। इसके साथ कई बार मितली, उल्टी, रोशनी और तेज़ आवाज़ से संवेदनशीलता, धुंधली दृष्टि जैसी समस्याएं भी जुड़ी होती हैं।

माइग्रेन के सामान्य लक्षण

सिर के एक हिस्से में धड़कता हुआ दर्द

मतली या उल्टी की भावना

आंखों के सामने रोशनी की चमक या धब्बे

रोशनी, गंध और आवाज़ से असहजता

चिड़चिड़ापन और थकावट

माइग्रेन के कारण

अनियमित नींद या नींद की कमी

लंबे समय तक भूखा रहना

अत्यधिक कैफीन या शराब का सेवन

हार्मोनल बदलाव (खासकर महिलाओं में)

ज़्यादा तनाव और मानसिक दबाव

मौसम या वातावरण में अचानक बदलाव

माइग्रेन से राहत के 5 घरेलू उपाय
1. पुदीने का तेल (Peppermint Oil) का इस्तेमाल

पुदीने में मौजूद मेंथॉल सिर में ठंडक पहुंचाता है और नसों को शांत करता है।
उपयोग: माथे और कनपटियों पर हल्के हाथों से इसकी मालिश करें।

2. अदरक का सेवन

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो माइग्रेन की मितली और दर्द को कम कर सकते हैं।
उपयोग: अदरक की चाय या गुनगुने पानी में अदरक का रस मिलाकर पिएं।

3. बर्फ की सिकाई

बर्फ से प्रभावित हिस्से की सिकाई करने से नसें संकुचित होती हैं और दर्द में राहत मिलती है।
उपयोग: एक कपड़े में बर्फ लपेटकर 10-15 मिनट तक सिर पर रखें।

4. त्रिफला और ब्राह्मी का सेवन

ये आयुर्वेदिक औषधियां मानसिक संतुलन को सुधारती हैं और माइग्रेन की आवृत्ति को कम करती हैं।
उपयोग: डॉक्टर की सलाह से नियमित रूप से लें।

5. गहरी सांस लेना और योग

प्राणायाम और शांति से किया गया योग शरीर और मस्तिष्क को रिलैक्स करता है, जिससे माइग्रेन की संभावना घटती है।
योगासन: शवासन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी प्राणायाम

“माइग्रेन कोई साधारण सिरदर्द नहीं है। यह एक पुराना न्यूरोलॉजिकल विकार है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। शुरुआत में घरेलू उपाय मददगार हो सकते हैं, लेकिन बार-बार होने पर डॉक्टरी सलाह जरूरी है।”

कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए?

जब सिरदर्द हफ्ते में 2–3 बार हो

दर्द 24 घंटे से अधिक बना रहे

दर्द के साथ उल्टी, तेज बुखार या बेहोशी आए

कोई नई दवा लेने पर सिरदर्द हो

माइग्रेन से बचाव के उपाय

नियमित नींद लें (कम से कम 7–8 घंटे)

दिनभर पर्याप्त पानी पिएं

तेज़ रोशनी, स्क्रीन टाइम और तेज गंध से दूरी बनाएं

समय पर संतुलित भोजन करें

कैफीन और जंक फूड का सेवन सीमित करें

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