सन सिटी (दक्षिण अफ्रीका), 17 मई . भारत के प्रमुख रैली रेड राइडर हरीथ नोह, 18 से 24 मई 2025 तक सन सिटी रिजॉर्ट से शुरू हो रही नई साउथ अफ्रीकन सफारी रैली में रैली 2 कैटेगरी में प्रतिस्पर्धात्मक रेसिंग में वापसी के लिए तैयार हैं. यह रैली एफआईए एफआईएम वर्ल्ड रैली-रेड चैंपियनशिप (डब्ल्यू2आरसी) 2025 का तीसरा राउंड है और डकार रैली के दौरान लगी चोट के बाद नोह की डब्ल्यू2आरसी में यह पहली प्रतिस्पर्धी वापसी होगी.
शेरको टीवीएस रैली फैक्ट्री टीम के हिस्सा रहे नोह को जनवरी में हुए डकार 2025 के प्रोलॉग चरण में एक दुर्घटना के चलते हाथ की हड्डी टूटने के कारण प्रतियोगिता से हटना पड़ा था. चोट के बावजूद उन्होंने वह चरण पूरा किया, जिसके बाद स्कैन में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई और तत्काल सर्जरी की आवश्यकता पड़ी. अब, केवल चार महीने बाद, वह कठिन दक्षिण अफ्रीकी भूभाग को चुनौती देने और अपने 2025 अभियान को फिर से पटरी पर लाने को लेकर उत्साहित हैं. उनकी नजर भविष्य के राउंड्स के साथ-साथ 2026 में डकार रैली के लिए मजबूत दावेदारी पेश करने पर भी है.
हरीथ नोह ने कहा, “डकार के बाद मुझे चोट से उबरने के लिए समय चाहिए था, लेकिन रिकवरी अच्छी रही और अब मैं पूरी तरह फिट हूं. यह मेरी उस दुर्घटना के बाद पहली रेस है, तो थोड़ी घबराहट होना स्वाभाविक है. लेकिन साउथ अफ्रीकन सफारी रैली हम सभी के लिए एक नई चुनौती है — रूट सबके लिए अनजान है. इस समय सबसे जरूरी है शांत रहना, बाइक के साथ दोबारा तालमेल बनाना और एक-एक किलोमीटर पर फोकस करना. “
साउथ अफ्रीकन सफारी रैली पहली बार डब्ल्यू2आरसी को दक्षिण अफ्रीका लेकर आ रही है, जो इस चैंपियनशिप के लिए एक ऐतिहासिक और चुनौतीपूर्ण नया अध्याय बनकर उभर रही है. यह रैली अपने अत्यधिक विविध और मनोरम ट्रेल्स, कठोर भूभाग, और तेजी से बदलते मौसम के चलते डब्ल्यू2आरसी कैलेंडर में एक विशेष स्थान बना सकती है.
डब्ल्यू2आरसी 2025 में पांच राउंड शामिल हैं, जो तीन महाद्वीपों में फैले हुए हैं और प्रतिभागियों को विभिन्न प्रकार की सतहों और स्थितियों से रूबरू कराते हैं. इस साल की शुरुआत सऊदी अरब में प्रतिष्ठित डकार रैली से हुई, इसके बाद अबू धाबी डेजर्ट चैलेंज हुआ. अब चैंपियनशिप एक नए और अनदेखे इलाके-दक्षिण अफ्रीका-की ओर बढ़ रही है. इसके बाद के दो राउंड सितंबर में पुर्तगाल में बीपी अल्टिमेट रैली रेड और अक्टूबर में प्रतिष्ठित रैली डू मारोक में होंगे.
नोह की वापसी केवल व्यक्तिगत दृष्टिकोण से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि भारतीय मोटरस्पोर्ट के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है. डब्ल्यू2आरसी के वैश्विक विस्तार के साथ, इस तरह की उच्च स्तरीय प्रतियोगिताओं में भारतीय भागीदारी देश की ऑफ-रोड रेसिंग में उपस्थिति को वैश्विक स्तर पर और अधिक मजबूत बनाती है.
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