जब दोस्त बना दगाबाज! अपने ही साथी क्रिकेटर की बीवी पर बुरी नज़र डाल दी। पहले दोस्ती की, फिर फंसा लिया प्रेम जाल में। ऐसा चक्कर चलाया कि बसा-बसाया घर बर्बाद हो गया। प्रोफेशनल लाइफ में साथ क्रिकेट खेलते-खेलते, पर्सनल लाइफ में भी बड़ा खेल कर दिया। दोस्त की बीवी को अपनी बीवी बना लिया। दोस्त का तलाक करवाया और खुद उसी से शादी रचा ली। अब इस हाल में जी रहे हैं जिंदगी। देखकर आप भी दंग रह जाएंगे।
1. मुरली विजय और निकिता बंजारा साथी क्रिकेटरों की बीवी को फंसाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है मुरली विजय का। भारतीय टीम के विस्फोटक खिलाड़ी मुरली विजय ने 2012 में निकिता बंजारा से शादी की। लेकिन मजेदार बात ये है कि निकिता पहले दिनेश कार्तिक की पत्नी थीं। दिनेश और निकिता ने 2007 में शादी की थी, जब दिनेश सिर्फ 21 साल के थे। दोनों की शादीशुदा ज़िंदगी अच्छी चल रही थी और निकिता प्रेग्नेंट भी थीं।
लेकिन फिर मुरली विजय की एंट्री ने सब कुछ बदल दिया। आईपीएल 2012 के दौरान मुरली विजय और निकिता की मुलाकात हुई। दोस्ती बढ़ी और प्यार में बदल गई। जब दिनेश को इस रिश्ते की भनक लगी, तो उन्होंने गुस्से में पत्नी को तलाक दे दिया। दिनेश की शादी सिर्फ 5 साल में टूट गई।
हालांकि, मुरली विजय ने निकिता को अपनाया और शादी कर ली। आज दोनों तीन बच्चों के साथ खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। उधर, दिनेश ने दीपिका पल्लीकल से शादी कर ली और उनके भी दो बच्चे हैं।
2. उपुल थरंगा और निलंका विथनगे दूसरा नाम श्रीलंका के विकेटकीपर बल्लेबाज उपुल थरंगा का है। उनकी पत्नी निलंका विथनगे पहले तिलकरत्ने दिलशान की पत्नी थीं। दिलशान और निलंका की अरेंज मैरिज हुई थी और उनका एक बेटा भी था।
लेकिन शादी में दरार आनी शुरू हो गई और वजह बने उपुल थरंगा। दिलशान को अपनी पत्नी और उपुल के अफेयर की भनक लगी, जिसके बाद उन्होंने 2008 में निलंका को तलाक दे दिया। तलाक के बाद निलंका ने उपुल थरंगा से शादी कर ली। आज दोनों खुशी-खुशी साथ रह रहे हैं।

क्या ये सही किया या गलत? वैसे आपके हिसाब से इन क्रिकेटर्स ने अपने दोस्तों की बीवी से शादी कर सही किया या गलत? हमें कमेंट में जरूर बताएं। अगर यह आर्टिकल पसंद आया तो हमारे फेसबुक पेज न्यूजट्रेंड को लाइक और फॉलो करना ना भूलें।
You may also like
पंचर की दुकान पर खड़े तीन लाेगाें को कैंपर ने कुचला
Salman Khan: बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को धमकी देने वाला निकला मानसिक रूप से बीमार
जाति जनगणना का मामला कर्नाटक सरकार पर छोड़ दिया गया, मैंने रिपोर्ट नहीं देखी: मल्लिकार्जुन खड़गे
'आईएमईसी' के जरिए विश्व से संपर्क स्थापित करने का विश्वसनीय सेतु बनेगा 'भारत' : केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
Tragedy in Udaipur: Siblings Burnt Alive in Hut Fire, Parents Hospitalized