एक महिला के लिए बच्चे को जन्म देना एक अत्यंत दर्दनाक अनुभव होता है। शादी के बाद, हर महिला का सपना होता है कि वह मां बने, लेकिन जब वह अपने बच्चे को जन्म देती है, तो वह दर्द असहनीय होता है।
गर्भावस्था के अंतिम चरण में, महिलाएं आमतौर पर बहुत सतर्क रहती हैं। उन्हें अधिक चलने या सीढ़ियाँ चढ़ने से मना किया जाता है, और भारी सामान उठाने से भी रोका जाता है। यह सावधानी मां बनने के बाद भी कुछ समय तक जारी रहती है। लेकिन एक महिला ने अपने ऑफिस से निकलकर बच्चे को जन्म दिया और फिर तुरंत काम पर लौट गई। यह सुनकर आप चौंक गए होंगे।
यह सच है, और अब आप सोच रहे होंगे कि वह महिला कौन है। आइए, हम आपको बताते हैं कि यह महिला कौन है और यह सब कैसे हुआ।
यह कहानी 23 वर्षीय ब्रिट की है, जिनकी हिम्मत और जज्बे की लोग सराहना कर रहे हैं। हाल ही में, ब्रिट ने मां बनने का अनुभव किया और कुछ घंटों बाद ही अपने ऑफिस लौट गई। उन्होंने अपने अनुभव को साझा किया है।
आमतौर पर, महिलाएं 9 महीने में बच्चे को जन्म देती हैं, लेकिन कई बार बच्चे का जन्म 7 या 7.5 महीने में भी हो सकता है। ब्रिट भी 7.5 महीने में गर्भवती हुई। इसे क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी कहा जाता है, जिसमें महिला को गर्भवती होने का एहसास नहीं होता।
ब्रिट को यह नहीं पता था कि वह कई महीनों से गर्भवती थी। हाल ही में, उसने रात के दो बजे बच्चे को जन्म दिया और सुबह 6 बजे अस्पताल से छुट्टी लेकर कुछ घंटों बाद काम पर लौट गई।
ब्रिट ने अपने अनुभव को टिकटॉक पर साझा किया है, जहां उसने एक वीडियो बनाकर इस मामले पर चर्चा की। उसके वीडियो को लाखों लोगों ने देखा और पसंद किया। यह पहला मामला नहीं है; इससे पहले मेक्सिको की एक महिला भी इसी तरह की प्रेग्नेंसी का सामना कर चुकी है।
ब्रिट ने अपने बच्चे की तस्वीरें भी साझा की हैं। उसने अपने मैनेजर से यह छिपाया कि वह मां बन चुकी है और कहा कि वह कुछ दिनों तक ऑफिस नहीं आ पाएगी। हालांकि, सोशल मीडिया पर अधिकांश लोग ब्रिट के समर्थन में खड़े हैं।
You may also like
विरासत महोत्सव में सड़कों पर दिखीं 1928 से 1980 तक की विंटेज कारें व स्कूटर
रोहित शर्मा और विराट कोहली के भविष्य को लेकर बीसीसीआई में मतभेद: रिपोर्ट से 'अंदरूनी कहानी' का हुआ खुलासा
Karwa Chauth Chandra Darshan : करवा चौथ पर बन रहा है शुभ योग, जानें तिथि और चंद्रोदय का समय
महिला वर्ल्ड कप: पाकिस्तान की खराब शुरुआत, मजबूत स्थिति में भारतीय टीम
एलबीडब्ल्यू की अपील पर था सभी का ध्यान, दीप्ति शर्मा ने दिखाई चालाकी, मुनीबा अली को लौटना पड़ा पवेलियन