सप्ताह की शुरुआत बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ हुई और अंतत: बाजार लगभग फ्लैट बंद हुआ। निवेशकों के लिए अब ध्यान कुछ खास शेयरों पर रहेगा जिनसे जुड़ी ताजा खबरों के चलते इन स्टॉक्स में तेजी या गिरावट देखने को मिल सकती है। आइए जानते हैं किन-किन शेयरों पर रहेगी नजर:
फ्रंटियर स्प्रिंग्स (Frontier Springs): रेलवे से मिला 93 करोड़ रुपये का ऑर्डर
फ्रंटियर स्प्रिंग्स को रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला और मॉडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली से 93 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला है। आज इसका शेयर निवेशकों के रडार पर रह सकता है।
आईटीसी (ITC): GQG Partners ने बढ़ाई हिस्सेदारीअमेरिका की निवेश फर्म GQG Partners ने ITC लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। 28 मई को बल्क डील के जरिए यह हिस्सेदारी बढ़ाई गई। ITC देश की सबसे बड़ी कंज्यूमर गुड्स कंपनियों में से एक है और इस डील के बाद शेयर में हलचल नजर आ सकती है।
एचसीएल टेक (HCL Tech): UiPath के साथ रणनीतिक साझेदारीHCL टेक ने ग्लोबल इंटरप्राइजेज के लिए "एजेंटिक ऑटोमेशन" को तेजी से लागू करने हेतु UiPath के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। यह डील ऑटोमेशन और AI टेक्नोलॉजी को लेकर कंपनी के विस्तार का संकेत देती है, जिससे IT सेक्टर में कंपनी की पकड़ और मजबूत हो सकती है।
वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea): AGR विवाद पर सरकार से बातचीत जारीवोडाफोन आइडिया ने कहा है कि वह AGR विवाद को सुलझाने के लिए सरकार के साथ संपर्क में है। कंपनी के सीईओ अक्षय मूंदड़ा ने विश्वास जताया कि सरकार राहत देने में कोई असमर्थता नहीं दिखाएगी।
जिंदल स्टेनलेस (Jindal Stainless): 282 मेगावाट की हाइब्रिड रिन्यूएबल प्रोजेक्ट में निवेशजिंदल स्टेनलेस ने बताया है कि उसने एक स्पेशल परपज व्हीकल (SPV) में 33.64% हिस्सेदारी खरीदी है, जो कि 282 मेगावाट का हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट विकसित करेगा। यह ऊर्जा कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को सपोर्ट करेगी।
ग्रासिम इंडस्ट्रीज (Grasim Industries): 1000 करोड़ रुपये के NCD जारी करने की तैयारीग्रासिम इंडस्ट्रीज की फाइनेंस कमेटी ने 1,000 करोड़ रुपये तक के नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर (NCD) जारी करने की मंजूरी दे दी है। यह राशि कंपनी की फंडिंग आवश्यकताओं को पूरा करने और विस्तार योजनाओं के लिए उपयोग की जा सकती है।
बायोकॉन (Biocon): डायबिटीज की दवा लिराग्लूटाइड को भारत में मंजूरीबायोकॉन को भारत में डायबिटीज की दवा लिराग्लूटाइड (Liraglutide) के लिए मंजूरी मिल गई है। यह दवा टाइप-2 डायबिटीज के इलाज में उपयोगी मानी जाती है। इस अप्रूवल के बाद कंपनी को फार्मा सेक्टर में मजबूती मिलने की संभावना है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
फ्रंटियर स्प्रिंग्स (Frontier Springs): रेलवे से मिला 93 करोड़ रुपये का ऑर्डर
फ्रंटियर स्प्रिंग्स को रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला और मॉडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली से 93 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला है। आज इसका शेयर निवेशकों के रडार पर रह सकता है।
आईटीसी (ITC): GQG Partners ने बढ़ाई हिस्सेदारीअमेरिका की निवेश फर्म GQG Partners ने ITC लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। 28 मई को बल्क डील के जरिए यह हिस्सेदारी बढ़ाई गई। ITC देश की सबसे बड़ी कंज्यूमर गुड्स कंपनियों में से एक है और इस डील के बाद शेयर में हलचल नजर आ सकती है।
एचसीएल टेक (HCL Tech): UiPath के साथ रणनीतिक साझेदारीHCL टेक ने ग्लोबल इंटरप्राइजेज के लिए "एजेंटिक ऑटोमेशन" को तेजी से लागू करने हेतु UiPath के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। यह डील ऑटोमेशन और AI टेक्नोलॉजी को लेकर कंपनी के विस्तार का संकेत देती है, जिससे IT सेक्टर में कंपनी की पकड़ और मजबूत हो सकती है।
वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea): AGR विवाद पर सरकार से बातचीत जारीवोडाफोन आइडिया ने कहा है कि वह AGR विवाद को सुलझाने के लिए सरकार के साथ संपर्क में है। कंपनी के सीईओ अक्षय मूंदड़ा ने विश्वास जताया कि सरकार राहत देने में कोई असमर्थता नहीं दिखाएगी।
जिंदल स्टेनलेस (Jindal Stainless): 282 मेगावाट की हाइब्रिड रिन्यूएबल प्रोजेक्ट में निवेशजिंदल स्टेनलेस ने बताया है कि उसने एक स्पेशल परपज व्हीकल (SPV) में 33.64% हिस्सेदारी खरीदी है, जो कि 282 मेगावाट का हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट विकसित करेगा। यह ऊर्जा कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स को सपोर्ट करेगी।
ग्रासिम इंडस्ट्रीज (Grasim Industries): 1000 करोड़ रुपये के NCD जारी करने की तैयारीग्रासिम इंडस्ट्रीज की फाइनेंस कमेटी ने 1,000 करोड़ रुपये तक के नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर (NCD) जारी करने की मंजूरी दे दी है। यह राशि कंपनी की फंडिंग आवश्यकताओं को पूरा करने और विस्तार योजनाओं के लिए उपयोग की जा सकती है।
बायोकॉन (Biocon): डायबिटीज की दवा लिराग्लूटाइड को भारत में मंजूरीबायोकॉन को भारत में डायबिटीज की दवा लिराग्लूटाइड (Liraglutide) के लिए मंजूरी मिल गई है। यह दवा टाइप-2 डायबिटीज के इलाज में उपयोगी मानी जाती है। इस अप्रूवल के बाद कंपनी को फार्मा सेक्टर में मजबूती मिलने की संभावना है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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