नई दिल्ली: आशीष कचौलिया की हिस्सेदारी वाली स्मॉलकैप कंपनी Zaggle Prepaid Ocean Services में मंगलवार को तेज़ी देखी गई. स्टॉक में मंगलवार को 4 प्रतिशत से ज्यादा की तेज़ी देखने को मिली, जिससे स्टॉक ने 373 रुपये के अपने इंट्राडे हाई लेवल को टच किया. इस तेज़ी का कारण यह है कि कंपनी ने मास्टरकार्ड एशिया लिमिटेड के साथ एक एग्रीमेंट किया है.
कंपनी ने किया समझौताकंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसने मास्टरकार्ड एशिया लिमिटेड के साथ समझौते पर साइन किए हैं. इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत, मास्टरकार्ड भारत में प्रीपेड कार्डों को पेश करने और उनका प्रचार करने के लिए जैगल को लाभ या पुरस्कार देगा, जिन पर दोनों कंपनियों के नाम होंगे और जो मास्टरकार्ड नेटवर्क पर चलेंगे.
यह समझौता 22 सितंबर, 2025 को शुरू होगा और 30 सितंबर, 2030 को समाप्त होगा.हालांकि इस एग्रीमेंट में शामिल कुल धनराशि का खुलासा नहीं किया गया है.
इस कंपनी को खरीदाजुलाई में, ज़ैगल प्रीपेड ओशन सर्विसेज लिमिटेड ने फिनटेक कंपनी रियो मनी का 22 करोड़ में 100% अधिग्रहण कर लिया. यह कदम यूपीआई भुगतान के माध्यम से तेज़ी से बढ़ते कंज्यूमर क्रेडिट कार्ड मार्केट में प्रवेश करने की उनकी योजना का हिस्सा है.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस खरीद के साथ, ज़ैगल, जो मुख्य रूप से कंपनी के खर्चों और बिजनेस कार्डों के मैनेजमेंट में काम करती है, अब तेजी से बढ़ते रिटेल क्रेडिट पेमेंट मार्केट में भी शामिल हो गई है.
रियो मनी की फाउंडर और सीईओ रिया भट्टाचार्य ने कहा कि वे खर्च को मैनेज करने वाली जानी-मानी कंपनी ज़ैगल के साथ साझेदारी करके खुश हैं. उन्होंने आगे कहा कि इस अधिग्रहण से उन्हें यूपीआई के ज़रिए लोगों के लिए क्रेडिट का इस्तेमाल आसान बनाने में मदद मिलेगी.
आशीष कचौलिया की हिस्सेदारीकंपनी में दिग्गज निवेशक आशीष कचौलिया की भी हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, जून 2025 तक, आशीष कचौलिया के पास कंपनी के 3,003,356 शेयर थे यानी उनके पास कंपनी की 2.24 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.
कंपनी ने किया समझौताकंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसने मास्टरकार्ड एशिया लिमिटेड के साथ समझौते पर साइन किए हैं. इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत, मास्टरकार्ड भारत में प्रीपेड कार्डों को पेश करने और उनका प्रचार करने के लिए जैगल को लाभ या पुरस्कार देगा, जिन पर दोनों कंपनियों के नाम होंगे और जो मास्टरकार्ड नेटवर्क पर चलेंगे.
यह समझौता 22 सितंबर, 2025 को शुरू होगा और 30 सितंबर, 2030 को समाप्त होगा.हालांकि इस एग्रीमेंट में शामिल कुल धनराशि का खुलासा नहीं किया गया है.
इस कंपनी को खरीदाजुलाई में, ज़ैगल प्रीपेड ओशन सर्विसेज लिमिटेड ने फिनटेक कंपनी रियो मनी का 22 करोड़ में 100% अधिग्रहण कर लिया. यह कदम यूपीआई भुगतान के माध्यम से तेज़ी से बढ़ते कंज्यूमर क्रेडिट कार्ड मार्केट में प्रवेश करने की उनकी योजना का हिस्सा है.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस खरीद के साथ, ज़ैगल, जो मुख्य रूप से कंपनी के खर्चों और बिजनेस कार्डों के मैनेजमेंट में काम करती है, अब तेजी से बढ़ते रिटेल क्रेडिट पेमेंट मार्केट में भी शामिल हो गई है.
रियो मनी की फाउंडर और सीईओ रिया भट्टाचार्य ने कहा कि वे खर्च को मैनेज करने वाली जानी-मानी कंपनी ज़ैगल के साथ साझेदारी करके खुश हैं. उन्होंने आगे कहा कि इस अधिग्रहण से उन्हें यूपीआई के ज़रिए लोगों के लिए क्रेडिट का इस्तेमाल आसान बनाने में मदद मिलेगी.
आशीष कचौलिया की हिस्सेदारीकंपनी में दिग्गज निवेशक आशीष कचौलिया की भी हिस्सेदारी है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, जून 2025 तक, आशीष कचौलिया के पास कंपनी के 3,003,356 शेयर थे यानी उनके पास कंपनी की 2.24 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी.
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