विमेंस वर्ल्ड कप 2025 के रोमांचक फाइनल मुकाबले में आज भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें आमने-सामने हैं। इस ऐतिहासिक मैच की शुरुआत एक खास पल से हुई, जब राजस्थान के अलवर की बेटी आस्था अग्रवाल ने मैदान पर पहुंचकर टॉस कराया। आस्था पेशे से गूगल-पे की मार्केटिंग मैनेजर हैं और क्रिकेट प्रेमियों के बीच अचानक सुर्खियों में आ गईं।
आस्था अग्रवाल के लिए गर्व का क्षणस्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों ने जब आस्था को टॉस के लिए मैदान में उतरते देखा, तो तालियों की गड़गड़ाहट से माहौल गूंज उठा। आस्था ने भारतीय कप्तान के साथ मुस्कुराते हुए सिक्का उछाला और इस ऐतिहासिक फाइनल का आगाज़ किया। उनके इस पल को कैमरों ने कैद किया, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
आस्था ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह मेरे लिए अविस्मरणीय अनुभव है। एक भारतीय होने के नाते इस फाइनल में शामिल होना गर्व की बात है। मैं उन सभी लड़कियों को प्रेरित करना चाहती हूं जो बड़े सपने देखती हैं — चाहे वे किसी भी क्षेत्र से हों।”
गूगल-पे और बीसीसीआई की साझेदारीजानकारी के अनुसार, इस बार विमेंस वर्ल्ड कप में गूगल-पे आधिकारिक प्रायोजक के रूप में जुड़ा हुआ है। इसी साझेदारी के तहत कंपनी की ओर से आस्था अग्रवाल को फाइनल मैच में टॉस कराने का विशेष अवसर मिला। बीसीसीआई अधिकारियों ने बताया कि यह कदम महिला सशक्तिकरण और कॉर्पोरेट क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों को सम्मानित करने की दिशा में उठाया गया है।
अलवर में खुशी की लहरआस्था की इस उपलब्धि से अलवर शहर में गर्व और खुशी का माहौल है। उनके परिवार और दोस्तों ने टीवी पर टॉस का क्षण देखकर खुशी जताई। सोशल मीडिया पर लोग आस्था को “अलवर की शान” कहकर बधाइयाँ दे रहे हैं।
महिला सशक्तिकरण का उदाहरणआस्था अग्रवाल की यह उपलब्धि सिर्फ खेल या कॉर्पोरेट जगत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के बढ़ते आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक भी है। एक छोटे शहर से निकलकर वैश्विक कंपनी में ऊँचा मुकाम हासिल करने वाली आस्था अब लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं।
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