
पटना। सासाराम विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी सत्येंद्र साह नामांकन कक्ष से बाहर निकलते ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को यह कार्रवाई झारखंड राज्य के गढ़वा थाने में दर्ज प्राथमिकी में कोर्ट से जारी वारंट के आधार पर की गई है। घटना के बाद राजद समर्थकों में आक्रोश है। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई न्यायालय के आदेश के तहत की गई है और इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।
नामांकन करने पहुंचे थे सत्येंद्र शाह
बताया जा रहा है कि राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह दूसरे चरण के मतदान के लिए नामांकन करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने निर्धारित प्रक्रिया के तहत पर्चा दाखिल किया। लेकिन, जैसे ही वह नामांकन कक्ष से बाहर निकले, पहले से मौजूद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें थाने ले जाया गया। बताया गया कि एक आपराधिक मामले में सत्येंद्र साह के खिलाफ अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसी के तहत उनकी गिरफ्तारी की गई है।
राजद प्रत्याशी बोले- विरोधियों की साजिश है
वहीं पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह ने इसे प्रतिद्वंदियों की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि कोर्ट से निर्गत वारंट के बावजूद भी मुझे चुनाव से पूर्व गिरफ्तार नहीं किया गया, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल ने जब मुझे अपना प्रत्याशी बनाया तो, हमारे प्रतिद्वंदियों ने साजिश रचकर गिरफ्तार करा दिया। उन्होंने कहा कि इस बार सत्येंद्र साह की जगह जनता चुनाव लड़ रही है और मैं सासाराम की जनता से आशीर्वाद की कामना करता हूं।
21 वर्ष पुराने मामले में गिरफ्तारी
राजद प्रत्याशी सत्येंद्र शाह की गिरफ्तारी के संदर्भ में सदर डीएसपी वन दिलीप कुमार ने बताया कि सत्येंद्र शाह को लगभग 21 वर्ष पुराने एक मामले में कोर्ट से निकले वारंट के आधार पर करगहर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ झारखंड राज्य के गढ़वा थाने में वर्ष 2004 में प्राथमिकी हुई थी, जिसमें गढ़वा न्यायालय द्वारा इनके खिलाफ स्थाई वारंट जारी किया गया था।
समर्थकों ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों में भारी आक्रोश देखा गया। नामांकन में पहुंचे भारी संख्या में महागठबंधन समर्थकों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सत्येंद्र साह की जीत के दावे किए गए। इस दौरान अनुमंडल कार्यालय के बाहर कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई और समर्थकों की भारी भीड़ के कारण शहर के पुरानी जीटी रोड पर जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।
भाकपा माले के ्प्रत्याशी को भी पुलिस ने ऐसे ही पकड़ा था
इससे पहले गोपालगंज जिले के हथुआ अनुमंडल कार्यालय में भाकपा माले प्रत्याशी जितेंद्र पासवान नामांकन दाखिल करने पहुंचे, तभी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद समर्थकों ने हथुआ अनुमंडल कार्यालय मुख्य सड़क पर जमकर नारेबाजी की और कुछ देर के लिए परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। समर्थकों का आरोप था कि पुलिस जानबूझकर लोकतंत्र पर प्रहार कर रही है।